DNA का Full Form क्या है ? DNA कहां पाया जाता है क्या आप लोगों को पता है DNA का मतलब क्या है कहीं ना कहीं तो यह शब्द आप लोगों ने सुना ही होगा क्योंकि अधिकतर न्यूज़ में ऐसे शब्द जरूर सुनने को मिलते हैं इसलिए हमारे मन में ऐसे प्रश्नों को जानने की जिज्ञासा भी उत्पन्न होती है कि DNA क्या होता है और DNA क्या कार्य करता है इसकी जांच कैसे कराई जाती हैं डीएनए का हमारे जीवन में क्या महत्व होता है तो –
आज हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आप लोगों को DNA की संपूर्ण जानकारी प्रदान करायेंगे जैसे DNA क्या है यह कितने प्रकार का होता है? DNA की खोज किसने की थी DNA हमारे शरीर में कैसे कार्य करता है DNA हमारे शरीर में कहां पाया जाता है DNA ka full form क्या है DNA को हिंदी में क्या कहते हैं आदि तो चलिए शुरू करते हैं DNA के बारे में.
प्रत्येक व्यक्ति के शरीर में हर दिन लाख से डेढ़ लाख तक की DNA बनते हैं और वह नष्ट भी हो जाते हैं और दूसरे नए डीएनए बनते हैं DNA हर जीव में पाया जाता है और सभी जीवो का DNA अलग अलग होता है.
डीएनए क्या है What is DNA in Hindi
DNA क्या है – सभी जीव का शरीर असंख्य कोशिकाओं से मिलकर बना होता है और डीएनए प्रत्येक जीवित कोशिकाओं के गुणसूत्रों में पाए जाने वाले तंतु-नुमा अणु को DNA कहा जाता है. डीएनए घुमाव द्वारा सीढ़ियों के आकार की तरह होता है सभी जीवो का डीएनए अलग अलग होता है जो कि गुणसूत्रों के माध्यम से पीढ़ी दर पीढ़ी यह हस्तानांतरित होता रहता है डीएनए में अनुवांशिक गुण पाए जाते हैं.
DNA की खोज जे डी वाटसन और क्रिक नामक वैज्ञानिकों ने 1953 में की थी और 1962 में इन्हे नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था उन्होंने ही DNA की द्विकुंडलित संरचना मॉडल को बताया है
DNA मॉलिक्यूल होता है इसमें सभी जीव जंतुओं के जेनेटिक गुण पाए जाते हैं
DNA जीवो की कोशिकाओं के केंद्र में पाया जाता है यह प्रत्येक कोशिका में मौजूद एक जैविक इकाई है DNA जीवो के गुणों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ट्रांसफर करता है जिससे जीवो के विकास वृद्धि और प्रजनन क्षमता पर इसका प्रभाव पड़ता है प्रत्येक व्यक्ति को अपने माता-पिता से 23 जोड़े DNA प्राप्त होते हैं और उसमें हर एक जोड़े में से एक माता द्वारा और एक पिता द्वारा मिलता है इसी कारण किसी भी प्राणी का DNA उसके माता-पिता से मिलकर बना होता है और इसी वजह से उनके गुण लक्षण बच्चों में भी पाए जाते हैं उदाहरण के लिए चमड़ी का रंग, कद, आंखें, बालों का रंग आदि.
डीएनए का फुल फॉर्म हिंदी में – Full Form of DNA in Hindi
DNA को डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल कहा जाता है और अंग्रेजी में DNA ka Full Form ‘DeOxyribonucleic Acid‘ होता है DNA नाइट्रोजन क्षार से बना जैविक अम्ल है DNA को न्यूक्लिक एसिड इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह न्यूक्लियस में पाया जाता है.
D – Deoxyribo N – Nucleic A – Acid |
प्रत्येक जीव के शरीर में DNA का बहुत ही महत्व है इसके महत्व के कारण ही DNA खोज की गई, खोज के बाद ही इस पर अलग-अलग तरह से रिसर्च किए गए जिसके ही परिणाम स्वरूप बहुत सी नई चीजों की जानकारी प्राप्त हुई जिसका चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत ही महत्व है इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी DNA का बहुत ही महत्व है क्योंकि डीएनए की मदद से बहुत सी समस्याओं को सुलझाया जा सकता है जैसे कृषि के क्षेत्र में कानूनी जांच में फॉरेंसिक जांचों में आदि.
आज हम वर्तमान समय में बहुत से अपराधों को सुलझाने के लिए DNA का ही सहारा लेते हैं किसी भी व्यक्ति की DNA की जांच करा कर यह पता लगाया जाता है कि यह संतान किसकी है और उससे संबंधित माता-पिता कौन हैं रिश्ते रखने वालों का भी पता लगाया जा सकता है इसी तरह कृषि के क्षेत्र में भी ज्यादा रोग प्रतिरोधक क्षमता व अच्छे प्रजनन क्षमता रखने वाले जीव जंतुओं की पहचान करने हेतु भी डीएनए की जांच को प्रयोग में लाया जाता है.
DNA की सहायता से हम चिकित्सा के क्षेत्र में भी तरक्की कर रहे हैं क्योंकि DNA की मदद से ही हम किसी भी अनुवांशिक बीमारी की पहचान कर उसके रोकथाम हेतु बेहतर प्रयास करते हैं जिससे वह बीमारी अगली पीढ़ी में ट्रांसफर ना हो पाए DNA प्रत्येक जीव जैसे मनुष्य जीव जंतुओं पेड़-पौधों कीटाणु बैक्टीरिया आदि सभी में पाया जाता है.
डीएनए टेस्ट क्या है – What is DNA Test
DNA test kya hai और इसे कैसे कराते हैं हममें से बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो डीएनए टेस्ट का नाम जरूर सुनते हैं परन्तु बहुत कम लोग ही ऐसे होते हैं जिनको या पता होता है कि डीएनए टेस्ट क्या है यह कैसे कराया जाता है और क्यों होता है तो चलिए जानते हैं
DNA test एक तरह से मेडिकल टेस्ट (medical test) होता है जिसके द्वारा हम शरीर में क्रोमोजोम प्रोटीन या जींस में हो रहे परिवर्तन को पता करते हैं वर्तमान समय में लगभग 1200 प्रकार के DAN test उपलब्ध है डीएनए टेस्ट का परिणाम संदेहास्पट की स्थिति का पता लगाता है किसी भी इंसान में अनुवांशिक डिसऑर्डर विकसित होने की संभावनो को भी निर्धारित करता है DNA test की सहायता से हम किसी भी नवजात शिशु के शरीर में किसी भी प्रकार की होने वाली बीमारी को पता करा सकते हैं जिससे उसका उचित इलाज संभव हो सकता है.
प्रत्येक व्यक्ति के शरीर में 46 गुणसूत्र पाए जाते हैं यही अनुवांशिक की मूलभूत इकाई होती हैं और यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ट्रांसफर होती रहती है क्योंकि DNA कभी खत्म नहीं होता है हां यह बात अलग होती है कि इसमें कभी-कभी परिवर्तन हो जाता है जिसे म्यूटेशन (mutation) कहां जाता है यह परिवर्तन कोशिकाओं (cells) में मौजूद किसी दोष के कारण संभव हो जाता है या फिर किसी पराबैंगनी विकिरण के कारण से होता है इसके अलावा और भी कारणों से हो जाता है जैसे किसी रसायनिक तत्व या किसी विषाणु के वजह से भी हो सकता है
डीएनए टेस्ट करवाने से व्यक्ति को अनुवांशिक गुणों की संपूर्ण जानकारी मिल जाते हैं और संबंधित रोग की भी जानकारी हो जाती है.
डीएनए कैसे कार्य करता है
DNA हमारे शरीर में कैसे कार्य करता है इस बात की जानकारी आज हम आप लोगों को बताएंगे DNA जो होता है वह हमारे शरीर में अनेक प्रकार के RNA (आर एन ए) का निर्माण करता है जो की प्रोटीन संश्लेषण की क्रिया का संचालन एवं नियंत्रण करता है और इंसान के शरीर में बहुत से एंजाइम ऐसे भी होते हैं जो डीएनए पर कार्य करते हैं कोशिका में डीएनए का मुख्य कार्य सूचना का भंडारण करना और इसकी नॉलेज को डीएनए प्रतिकृति से कॉपी करता है डीएनए का कार्य इसकी संरचना से जुड़ा हुआ है जिससे इसके कार्य को समझने के लिए समीक्षा करने में सहायता मिलती है डीएनए का कार्य जेनेटिक कोड का उपयोग कर प्रोटीन में अमीनो एसिड अवशेषों का encode करना है.
डीएनए की खोज किसने की
DNA की खोज दो महान वैज्ञानिकों ने की थी जे. डी. वाटसन और फ्रांसीसी क्रीक ने किया था और उनके इस महान कार्य के लिए उन्हें वर्ष 1962 में मरणोपरांत नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) से सम्मानित किया गया.
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को हमारे द्वारा लिखी गई पोस्ट DNA क्या है DNA का full form क्या है जरूर अच्छी लगी होगी फिर भी अगर आप लोगों को कोई डाउट या प्रश्न हैं तो आप कॉमेंट के जरिए पूछ सकते हैं और ज्यादा से ज्यादा इस पोस्ट को सोशल मीडिया फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और दूसरे other सोशल मीडिया साइट पर शेयर कीजिए।
धन्यवाद!