SEO क्या है What is SEO in Hindi 2021?

SEO क्या होता है इसका इस्तेमाल अपने blog के लिए क्यों जरूरी होता है यह बात हर एक Bloggers के दिमाग में घूमती रहती है क्योंकि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) इतना सरल नहीं होता है.

तो आज हम एसईओ की जानकारी हिंदी में या SEO क्या होता है? इन सब बातों की चर्चा अपने इस आर्टिकल के माध्यम से करूंगी. क्योंकि वर्तमान समय Digital होता जा रहा है और इसी तकनीकी की ही देन है कि ज्यादतर चीजें ऑफलाइन (Offline) से ऑनलाइन (Online) होती जा रही है हम आज के इस डिजिटल युग में एक साथ एक ही समय पर, लाखों व करोड़ों लोगों के साथ संपर्क स्थापित कर सकते है.

क्योंकि यहां पर आप अपनी बातों को वीडियो के माध्यम से या फिर आर्टिकल के द्वारा लोगों के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं यह तभी संभव हो सकता है जब तुम्हारा पेज सर्च इंजन (Search Engine) के पहले पेज पर दिखाई दे इसके लिए SEO बहुत जरूरी होता है और दिखाई देने वाले परिणाम जो होते हैं उन्हें Google की भाषा में SERP कहां जाता है.

लेकिन यह तभी संभव हो सकता है जब तुम्हारा page सर्च इंजन (Search Engine) के पहले पेज पर दिखाई दे क्योंकि कोई भी विजिटर्स (Visitor) पहले पेज पर आने वाले रिजल्ट पर सबसे ज्यादा क्लिक करता है जिससे आपकी वेबसाइट का ट्रैफिक काफी बढ़ जाता है.

परंतु यह सब कैसे किया जाए तो हम बता दें कि इसी के लिए SEO या सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन करना जरूरी होता है क्योंकि अपने ब्लॉग पोस्ट को Google के पहले पेज पर रैंक कराने के लिए अपने ब्लॉग को सही तरीके से ऑप्टिमाइज (optimize) करना पड़ता है इसी को हम SEO कहते हैं लेकिन SEO (Search Engine Optimization) की पूरी जानकारी हिंदी में प्राप्त करने के लिए इस आर्टिकल को जरूर पढ़ना।

What is SEO in Hindi

एक तरह से माने तो SEO ब्लॉगिंग का ताज होता है क्योंकि कोई ब्लॉगर्स चाहे कितनी भी अच्छी पोस्ट लिखता है परंतु जब तक वह सही ढंग से Google में रैंक ना करा पाए तब तक ट्रैफिक (traffic) ना के बराबर रहता है इस वजह से उस पोस्ट की वैल्यू बहुत कम होती है.

दूसरे शब्दों में अगर कोई व्यक्ति अपनी कंपनी की वेबसाइट (Website) बनाता है ताकि वह अपनी सर्विस लोगों तक पहुंचा सके परंतु उस साइट का ट्रैफिक ना के बराबर है इसका मतलब लोग website पर विजिट (visit) ही नहीं कर पा रहे हैं तो इसके लिए हमें SEO करना पड़ता है जिसका फुल फॉर्म सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (search engine optimization) होता है.

SEO एक प्रकार से रोडमैप की तरह होता है जैसे रोड मैप का इस्तेमाल करके हम ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाते हैं जिससे बिना किसी समस्या को झेले लोग अपनी मंजिल को आसानी से प्राप्त कर लेते हैं

इसी तरह से SEO भी सर्च इंजन के लिए ट्रैफिक रूल्स की तरह कार्य करता है क्योंकि जब भी कोई सर्च इंजन पर कुछ भी सर्च करें तो उसे जल्दी और सही रिजल्ट मिल जाए इसके लिए सही से SEO करना पड़ता है Google दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है और इसका use सबसे ज्यादा लोग करते हैं.

SEO क्या है – What is SEO in Hindi?

SEO समझने से पहले हमें यह जान लेना चाहिए कि सर्च इंजन (Search Engine) क्या होता है क्योंकि से सर्च इंजन समझने के बाद SEO को आसानी से समझ लेंगे तो चलिए जानते हैं सर्च इंजन के बारे में.

Search Engine कंप्यूटर की एक ऐसी Algorithm होती है जो कि internet पर व्यक्तियों द्वारा जो भी सर्च किया जाता है उसके बारे में सही और सटीक जानकारी देने का कार्य करता है इसको करने के लिए वह अपने डेटाबेस (Database) में मौजूद इंफॉर्मेशन (information) को फास्टली क्रॉउल, इंडेक्स और रैंक देता है जिसे Google की भाषा में SERP बोलते हैं.

वैसे तो सभी search engine के काम करने की अलग अलग method और technic होती है. लेकिन हर search engine मूलतः तीन step में काम करता है.

  1. Crawling : जब Search Engine Spider और Bots आपके Page को खोजकर उसे Scan करते है तो उसे Crawling या Web crawling कहते हैं.
  2. Indexing : आपके के Web Page के Content और Quality के आधार पर Search Engine में Index किया जाता है.
  3. Ranking : किसी Web Page को Search Engine के मापदंडो (set of rules) के अनुसार Search Result में उसकी Position को Ranking कहते हैं.

SERP का full form “Search Engine Result Page” (सर्च इंजन रिजल्ट पेज) होता है सर्च इंजन अनेकों होते हैं जैसे Google, Yahoo, Bing आदि. वर्तमान समय में सबसे ज्यादा Google का उपयोग किया जा रहा है और World का सबसे बड़ा सर्च इंजन Google ही है. Google लगभग 200 Seo factor पर काम करता है।

किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग के पेज को सर्च रिजल्ट के पहले पेज पर लाने के लिए हमें SEO करना पड़ता है तो यहां पर अब यह प्रश्न बनता है कि SEO क्या है या एसईओ क्या होता है तो आगे हम SEO के बारे में जानकारी देंगे।

SEO यानी सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन यह एक ऐसी तकनीकी प्रक्रिया है जिसका प्रयोग करके हम किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग को search engine में first page पर ला सकते हैं.

परंतु यह कार्य इतना सरल भी नहीं होता है क्योंकि इसी कार्य के लिए जो बड़ी कंपनियां होती है वह लाखों रुपए खर्च कर देती हैं इसलिए SEO को समझने व सीखने में थोड़ा समय लग सकता है परंतु परेशान नहीं होना चाहिए क्योंकि कार्य कोई भी इंसान सीख तो जाता ही है.

SEO को सरल शब्दों में समझने के लिए – जैसे कोई इंटरनेट यूज़र जब Google Search Engine में कुछ भी सर्च करता है जैसे कि ‘what is seo‘ सर्च करता है तो इस Keywords या query से संबंधित जितने भी इन्फॉर्मेशन Google Search Engine के डेटाबेस में होती हैं Google उसे रिजल्ट के फॉर्म में उस Users को दिखाता है.

परंतु Google के कई result pages होते हैं और Google उन सभी पेजों पर search results दिखाता है लेकिन जो result हमें first page पर दिखाई देते हैं वह google में नंबर वन rank पर है क्योंकि इसके पीछे SEO का सही ढंग से प्रयोग किया गया है.

इसलिए किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट को सर्च इंजन के पहले पेज पर लाने के लिए हमे SEO का सहारा लेना पड़ता है क्योंकि सर्च इंजन के पहले पेज पर जो रिजल्ट दिखाई देते हैं यूजर ज्यादातर उसी पर क्लिक (click) करते हैं इसलिए ट्रैफिक (traffic) भी उन्हीं blogs पर सबसे ज्यादा होता है इस वजह से इन bloggers की इनकम भी अच्छी होती है.

SEO के जरिए जो ब्लॉग या वेबसाइट का ट्रैफिक होता है वह ऑर्गेनिक ट्रैफिक (Organic traffic) कहलाता है इसलिए किसी भी वेबसाइट का traffic बढ़ाने के लिए SEO की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.

SEO Blog और Website के लिए क्यों जरूरी है?

SEO blog के लिए क्यों जरूरी होता है इस प्रश्न का जवाब मैं देने जा रही हूं. 

SEO किसे कहते हैं ये तो अब पता हो गया होगा परंतु SEO क्यों जरूरी होता है यह आपको जानना है क्योंकि अगर कोई व्यक्ति अपनी वेबसाइट या blog बनाता है और उसे SEO का सही से नॉलेज नहीं है तो Google के पहले पेज (first page) पर आना बहुत ही मुश्किल है.

किसी भी blog को सर्च इंजन के पहले पेज पर लाने के लिए SEO जरूरी होता है यह इसलिए क्योंकि किसी भी webite की पहचान इसी तरह बनती हैं 

ज्यादातर लोग (90% people) Google के पहले पेज पर ही क्लिक करते हैं internet पर प्रतिदिन हजारों blog और website बनाई जाती हैं और उन पर Content भी अच्छा पब्लिश किया जाता है लेकिन कुछ ही blog के कॉन्टेंट Google के top 10 में rank करते हैं.

और एक बात हम आप लोगों को बता दें कि Google जैसे बड़े Search Engine की algorithm किसी भी website या blog को search engine में ranking देने से पहले कई सारे फैक्टर (लगभग 200 plus ranking फैक्टर्स से भी ज्यादा) को चेक करता है इसके बाद ही Google तय करता है कि किस यूजर सर्च query पर किस ब्लॉग पोस्ट को कौन सी पोजीशन पर Google SERP में दिखाना है.

Google सर्च इंजन real time डाटा algorithm पर work करता है जिससे प्रत्येक blog व website की रैंकिंग भी लगातार Google SERPs में ऊपर नीचे होती रहती है. किसी भी website की ranking और traffic बढ़ाने के लिए high quality contents publish करने के साथ-साथ SEO करना बहुत जरूरी होता है.

SEO Full Form

SEO का Full Form क्या होता है तो हम आपको बता दें कि SEO का full form Search Engine Optimization होता है.

एसईओ (SEO) का हिंदी रूपांतरण सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन होता है.

SEO के प्रकार – Types of SEO in Hindi

अभी तक हमने जाना SEO क्या होता है और SEO ब्लॉग के लिए क्यों जरूरी है और search engine कैसे work करता है अब हम जानेंगे SEO के प्रकार. SEO के दो main factors होते हैं. एक On-page SEO और दूसरा Off-page SEO. इन दोनो SEO factors के कार्य एक दूसरे से बिलकुल अलग हैं. लेकिन आजकल Local SEO और Technical SEO को भी SEO का ही एक Important factor माना जाता है.

  • On-Page SEO
  • Off-Page SEO
  • Local SEO
  • Technical SEO

On-Page SEO

अपनी blog या website को search engine compatible बनाने के लिए जो भी optimization से related काम उस पर किया जाता है उसे On Page SEO कहते है. क्योकि यह website पर organic traffic increase करने का सबसे important factor होता है.

On page SEO मे मुख्य रुप से 3 फैक्टर्स होते हैं

  • Keyword Research and Finalization करना
  • Quality Content Create करना
  • Keyword Optimization करना

Keyword Research and Finalization करना

किसी भी तरह के blog पर article लेख लिखने से पहले ऐसे keywords को जरूर सुनिश्चित कर लेना चाहिए जिन्हें Google या Search Engine में अधिक search किया जाता है जिससे उन keywords से rank कराने में आसानी हो क्योंकि अगर हम keyword research किए बिना ही blog post लिखते हैं तो Google के first page पर rank कराना कठिन हो जाता है.

और keyword research करने के लिए बहुत सारे tools होते हैं जिनका use करके हम अपने work को सरल व अच्छा बना सकते हैं जैसे कुछ tools हम यहां पर आप लोगों को बता रहे हैं.

  • Google Keyword Planner
  • SEMrush
  • Ahref
  • Ubersuggest आदि

ऊपर दिए गए keywords tools का यूज करके हम कुछ बातों को पता कर सकते हैं जैसे keyword का traffic search volume और competition को पता किया जा सकता है. हांलाकि ये tools 100% accurate information तो नही देते लेकिन इससे अंदाजा जरुर लगाया जा सकता है.

User Based Quality Content Create करना

SEO के rules के हिसाब से जब हम keyword research कर लेते हैं तो अच्छे से अच्छे Quality Content create करना चाहिए और अपने चुने गए target keywords को सही जगह पर use करना चाहिए जो कि search engine में सबसे अधिक search किए जाते हैं. हमेशा great और informative content create करने की कोशिश करें जोकि आपकी audience को पसंद आये.

Keyword Optimization करना

हमेशा अपने blog में target keywords का सही जगह पर उपयोग करना ताकि हमारा content उन keywords के लिए अच्छे से optimised हो जाए. जैसे कि हमें title, heading tag, alt tags, meta tags, URL structure और content आदि में ऐसे keywords डालने चाहिए जिससे google अच्छे से read कर सके कि आपका article किस topic पर लिखा गया है इसे आपकी वेबसाइट google पर जल्दी ही rank करने लगती है और इस तरह से आपकी website का traffic बहुत अच्छा हो जाता है.

On-page SEO कैसे करें?

On page SEO के लिए हम यहां पर कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका उपयोग करके आप अपनी website या blog का on page SEO बेहतरीन ढंग से कर सकते हैं.

Title Tag Optimization: अच्छे Title Tag कैसे बनाएं

दअरसल, Title Tag एक HTML element है. Title Tag का इस्तेमाल आप On Page SEO में करते हैं टाइटल टैग बनाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो भी title हम बना रहे हैं इसमें 65 characters से अधिक नहीं होने चाहिए क्योंकि Google अपने सर्च रिजल्ट्स में 65 charcters से ज्यादा title lengh को नहीं दिखाता है. 

याद रखें: एक attractive Title Tag ही एक ऐसा जरिया जो search engine users के द्वारा सबसे ज्यादा click जनरेट करने में मदद करता है और आपके blog की CTR (Click Through Rate) को भी बढ़ाता है.

Post में Title लिखते समय कुछ points को follow करना बहुत ही जरुरी है.

  • एक post में केवल 1 Title tag होना चाहिए और वो Title tag हमेशा H1 tag होना चाहिए.
  • आप post में sub heading (H2, H3, H4…) unlimited use कर सकते है पर H1 tag बस एक होना चाहिए.
  • Title Tag से search engine के spider भी जल्दी समझ जाते हैं कि पोस्ट किस बारे में है.
  • Title Tag में keyword add करने से आपको अपने target Keyword पर high ranking मिलती है.
  • यदि आपकी website WordPress पर है तो 90% आपका title tag H1 होगा.

Meta Description Tag

मेटा डिस्क्रिप्शन भी मेटा टैग का एक पार्ट है जो एक Page या blog post की सबसे छोटी text summary होती है जिसमें 160 से 165 characters तक ही यूज करना चाहिए. Meta Description Tag की मदद से हम सर्च इंजन को short मे अपने पोस्ट या आर्टिकल मे क्या लिखा है उसके बारे मे बताते हैं.

ALT tag for Images

Alt attribute image के लिए एक alternative text होता है जो कि image का वर्णन करता है. Alt tag को SEO Optimization point of view के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. क्योंकि alt tag से image सर्च में आता है.

अपनी website के लिए article में हमेशा images का use जरूर करना चाहिए क्योंकि ये हमारी वेबसाइट का ट्रैफिक बढ़ाने में काफी मदद करती है इसलिए हमें image में Alt attribute tag जरूर लगाना चाहिए।

Internal Link

Internal links का on page seo में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है. इसकी मदद से आपके ब्लॉग के traffic और ranking में सुधार आता है. Inerlinking मेथड को प्रयोग में लाना चाहिए इसके लिए आपको अपने related pages को आपस में inter link कर देना चाहिए क्योंकि यह सर्च इंजन में अपनी blog posts को rank कराने का उत्तम तरीका होता है और यह हमारी ब्लॉग या वेबसाइट की bounce दर को कम करता है और page views बढ़ाने में कारगर होता है.

Internal links add करने पर SEO में क्या फायदा होता है.

  • Internal Link (hyperlink) से post SEO friendly बनती है.
  • Internal link से Link Juice पास होता है.
  • Internal link से blog article जल्दी index होता है
  • CTR, Page Views और Bounce Rate में improvement होता है

SEO Friendly URL कैसे लिखें

Post का url हमें simple और छोटा रखना चाहिए अपने target keyword को url में जरूर use करना चाहिए और Special characters नहीं use करना चाहिए. अपने URL में हमेशा Lowercase Letter का उपयोग करें.

Website Navigation Structure

अपनी वेबसाइट या ब्लॉग में इस प्रकार से नेवीगेशन होना चाहिए कि अगर यूजर को एक pageसे दूसरे page पर जाना है तो आसानी से पहुंच जाए मतलब लचीलापन होना चाहिए

Content, Keywords and Heading Tags

Content: किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा content होता है इसलिए कॉन्टेंट को किंग भी कहा जाता है क्योंकि वेबसाइट की वैल्यू इसी पर निर्भर करती है इसलिए content हमेशा अच्छा लिखना चाहिए और content में हमेशा ऐसे कीवर्ड्स use करने चाहिए जैसी यूजर की मांग है और content को कम से कम 900 से 1000 words में लिखें. 

Keywords: आप हमेशा अपने आर्टिकल को लिखते समय LSI keywords का इस्तेमाल करें इससे आप users की searches को बेहतर ढंग से लिंक कर सकते हैं आप अपने most important targeted keywords को BOLD अवश्य करें इससे Google एंड Visitors दोनों का ध्यान आकर्षित हो सके इस तरह हम उन keywords को अच्छे ढंग से optimize कर सकते हैं.

अपने Blog या Website के सभी pages में कुछ Long Tail Keywords का उपयोग जरूर करें.

Long Tail Keywords को खोजने के लिए आप Google Related Searchs और Google Auto Complete search queries का उपयोग कर सकते है.

Long Tail Keywords खोजने के लिए LSI Graph एक बहुत ही बढ़िया Free Tool है जिसका use करके बहुत आसनी से अच्छे Long Tail Keywords खोज सकते है।

Heading Tags: अपने blog post की Title को हमेशा H1 tag में रखना चाहिए और दूसरी Sub heading को H2, H3 में रखना चाहिए। इन heading tags (H1, H2, H3… H6) की मदद से हम अपने target keywords को फोकस करके search engine में rank कर सकते हैं.

Off-Page SEO

अभी तक हमने On-page SEO के बारे में जाना अब हम जानेंगे Off page SEO के बारे में कि Off-page SEO क्या होता है जब हम लोग अपनी website और Post को search engine में Rank करने के लिए उसके link को दूसरी relevant websites पर promote करना off-page SEO कहलाता हैं जैसे किसी अच्छी वेबसाइट पर जाकर comments करना और उसके साथ ही अपनी website का link submit करना इसे हम backlink creation कहते हैं इससे हमारी website की Domain Authority popularity बढ़ती है.

जो बड़े ट्रैफिक वाले blogs हैं और फेमस भी हैं उनके ब्लॉग पर हम Guest Post blogging के जरिये हम बहुत सारा traffic अपने blog पर ला सकते हैं. Off page SEO के लिए Social Networking Sites पर जैसे Facebook, Twitter, Instagram, Tumblr, Quora आदि पर जाकर अपने blog की profile page बनाना चाहिए और अपने followers की संख्या बढ़ानी चाहिए इससे हमारे blog का traffic increase होता है.

नोट: जब आपकी blog post को internet पर promote और share किया जाता है तो इससे search engine को कुछ signal जाते है. जिसे search engine उस blog post की ranking increase कर देता है.

Backlink बनाना: यानी किसी दूसरे वेबसाइट से link प्राप्त करना

Off-page SEO कैसे करें

Off-Page SEO करने के बहुत सारे मेथड है. जिनकी help से आप अपनी blog post की ranking increase करके अपनी website का traffic बढ़ा सकते है. हम आपको कुछ off Page SEO करने के प्रमुख तरीके बता रहे है जो कि इस प्रकार हैं.

A) Search Engine Submission: सबसे पहले अपने blog या website को सभी पॉपुलर search engine जैसे, Google, Bing or Yahoo, Baidu में submit करना चाहिए. जिससे website के सभी pages सर्च इंजन में index हो जाए.

B) Guest post: मेरा मानना ये है कि backlinks बनाने का सबसे अच्छा तरीका है दूसरे similar website में Guest Post publish करना. जब आप किसी अच्छे High Domain Authority(DA) वाली website के लिए Guest Post लिखते हैं तो आपको एक Do-follow backlinks मिलता है जो आपके website domain की authority और reputation को बढ़ाता है.

इसका दूसरा फायदा ये है कि जब आप किसी पॉपुलर website में अपनी guest post लिखते हैं तो आपको लोग वहां पहचानने लगते हैं और आपकी website को भी visits करते हैं. इससे आपकी website का traffic बढ़ता है

C) Active on Social Media Sites: जैसा कि हम जानते हैं कि Social Sites के Signals को देखकर भी Search Engine आपके posts को Rank करता है इसलिए आपको Social Sites पर अपनी Webpages को share करना है लोगो को social sites से website पर लाना है.

Popular Social Networking Sites (Facebook, Twitter, Instagram, LinkedIn etc.) पर आपको अपने Website या Blog के नाम का profile page बनाकर followers को जोड़ना है और अधिक से अधिक Social Share, Comments और Likes के लिए इन Social Media Sites पर Active रहना बेहतर होता हैं.

D) Q & A Discussion Sites: आप question and answers वाली sites के जरिये भी अपनी website का traffic व ranking को बढ़ा सकते है.

सभी Popular FAQ Sites जैसे Quora, Reddit पर अपने blog से related Questions के Answer likhe और अपने Blog post की URL को Link करे जिससे लोग आपके Answer को विस्तार में जानने के लिए आपकी reference link के द्वारा आपके blog पर जाएंगे और आपके blog का traffic बढेगा.  

E) Blog Marketing: यह तरीका Traffic और Backlinks बढ़ाने का सबसे उत्तम तरीका है क्योंकि लगभग 90% Bloggers इस तरीके का use करते है.

इस तरीके का इस्तमाल करने के लिए अपनी Website या Blog से सम्बंधित High DA और PA वाले blogs को खोजकर उन पर प्रतिदिन 5 से 6 Comments करनी है. और याद रखे आपको केवल relevent Comments ही करनी है जो कि Blogger को पसन्द आये और Comments को Approve कर दे.

प्रत्येक Approve comment के बदले में आपको एक Nofollow Backlinks मिलेगी और कुछ Traffic भी आपको मिलेगा जो Life Time के लिए आपकी Comments से मिलता रहेगा. (Link वही लगाना चाहिए जहाँ website लिखा होता है)

F) Classified submission: Free Classified Business Listings site में जाकर अपनी website या blog को फ्री में advertise करना चाहिए।

G) Social Bookmarking: बहुत से ऐसे social sites हैं, जहाँ आप अपने blog post को share कर सकते है और ये Bookmarking Sites SEO के लिये बहुत फायदेमंद होती है. जैसे, Tumblr, Indiblogger, stumbleupon, Diigo, Digg, Delicious sites पर आप अपनी blog post को share करके हम अपनी blog पर traffic फ्री में ला सकते हैं.

H) Directory submission: अपनी blog या website को हमेशा popular high DA एंड PA वाली Directory में submit करना चाहिए.

I) Infographic Marketing: Infographic का मतलब होता है किसी भी जानकारी को Graph और Textual फार्मेशन के द्वारा प्रस्तुत करना जिससे Users आसानी से जानकारी को समझ पाए.

इसलिए Online Users को Attract करने के लिए और जानकारी को आसानी से समझाने के लिए अपनी सभी blog post में अच्छे Infographics का उपयोग अवश्य करें.

Local SEO

Local SEO क्या होता है? यह प्रश्न लोगो के मन अक्सर आता है तो मै बताना चाहती हूँ कि Local seo भी SEO का ही एक पार्ट है. जिसमें हम लोकल Business को प्रमोट करके उसे गूगल में rank कराने की कोशिश करते है.

Local SEO को यदि हम धियान से देखे तो ये दो शब्दों से मिलकर बना है “Local + SEO” जिसका मतलब यह है कि किसी local audience या Place को ध्यान में रखकर किया जाने वाला SEO को ही हम Local SEO कहते है.

लोकल SEO – एक ऐसी technique है जिसके जरिये आप अपने business website या blog को किसी एक खास शहर या लोकल Area को search engine में रैंक करवाने के लिए किया जाता है. जिससे की उस इलाके के लोगों द्वारा Google सर्च किये जाने पर सबसे पहले आपकी website ही दिखती है और ऐसे में आपका कारोबार बढ़ना स्वाभाविक हो जाता है वो भी बिलकुल free में.”

Think With Google Report के अनुसार – Over the last two years, searches for local places without the qualifier “near me” have grown 150%, faster than comparable searches that do not include “near me.”

“Near me” searches” traditional, local-based searches की तुलना में 600% अधिक तेज़ी से बढ़ी है.
74% उपभोक्ता जो अपने Phone पर कुछ local searches करते हैं, और उस दिन एक स्टोर पर जाते हैं.

तो यह स्पष्ट है कि local searches SEO दुनिया का एक बड़ा हिस्सा बनती जा रही हैं और अगर आप इन searches के साथ अपना local business जोड़ सकते हैं, तो एक अच्छा मौका है कि वे उपभोक्ता कुछ ही मिनटों के बाद आपके Store, Shop, Restaurant या Hotel में होंगे.

Local SEO Searches के उदहारण

लोकल Area Searches: Best restaurant near me, Cakeshop near me etc.

लोकेशन based keyword searches: Best hotel in Laxmi Nagar, Best restaurant in Jaipur etc.

अब मान लो कि आप स्टोर या शॉप रन करते हो पर उसके लिए कोई ब्लॉग या वेबसाइट नहीं है तो आप अपने बिजनेस को Google My Business (GMB) लिस्टिंग को क्रिएट एंड ऑप्टीमाइज़्ड करके भी customers को ला सकते है.

Technical SEO क्या है

Technical SEO में Non-content फैक्टर्स को optimise किया जाता है जैसे वेबसाइट की Readability को Improve करना , Technical SEO में website को सर्च इंजन फ्रेंडली बनाया जाता है ताकि search engine आपकी वेबसाइट को अच्छे से crawl और फ़ास्ट index कर पाए.

वेबसाइट का Technical SEO करते समय Site speed पर जायदा ध्यान दिया जाता है और वेबसाइट को Fast loading और Responsive बनाया जाता है, Structured data को अच्छे से implement करते है, वेबसाइट की सिक्योरिटी को Improve किया जाता है, वेबसाइट को SEO फ्रेंडली तथा मोबाइल फ्रेंडली बनाया जाता है.

Technical SEO में हम site के backend पर काम करते हैं और user experience (UX) एंड UI को improve करने की कोशिश करते हैं, वैसे माने तो Technical SEO, On-Page SEO का हीं एक Part है.

Technical SEO कैसे करें

Technical SEO करने के लिए निचे दिए कुछ चीजों पर ध्यान देना पड़ता है उसके बाद आप भी अपनी वेबसाइट का Technical SEO जरूर कर पाएंगे.

1. Page speed: Website/Page speed की बात हम करें तो यह बहुत ही महत्वपूर्ण फैक्टर है क्योंकि ज्यादातर या देखा गया है कि किसी भी वेबसाइट पर 3 से 5 सेकंड ही यूजर समय देता है इसी समय वह वेबसाइट नहीं खुलती है तो user उसे छोड़कर दूसरी website पर चला जाता है यह search engine की दृष्टि कोण से यह अच्छा नहीं माना जाता है क्योंकि यह हमारी website पर नेगेटिव impact डालता है जिससे सर्च इंजन को पता चलता है कि website को अच्छे से optimise नहीं किया गया है और इस से आपकी ranking में बहुत बुरा असर पड़ेगा इसलिए अपनी वेबसाइट की स्पीड हमेशा अच्छी रखनी चाहिए।

नोट: Google के अनुसार अगर किसी पेज को लोड होने में 3 second से ज्यादा समय लग रहा है तो फिर उस पेज का रैंक होना बहुत मुश्किल हो जाता है.

Important tips: जिससे आप अपनी blog या website की speed fast कर सकते हैं.

  • अच्छी और light weight fast theme का इस्तेमाल करें जो load time को कम करे.
  • कम-से-कम plugins का इस्तेमाल करें.
  • Images का size कम-से-कम रखें.
  • WP super cache या W3 Total cache plugins का इस्तमाल करें.
  • आप अच्छी स्पीड के लिए क्लाउड होस्टिंग का इस्तेमाल करे.

2. Mobile Friendly Site: आपकी site मोबाइल और tablet device पर अच्छे से display होना चाहिए इसके लिए आपको बेस्ट responsive website theme का use करना चाहिए.

3. Secure Website: इसके लिए हम HTTPs का करते हैं यह एक प्रकार का secured protocol है, by default site HTTP पर चलती है जो की सुरक्षित नही होती है. इसके लिए आपको SSL install करना पड़ता है.

4. Robots.txt File: यह एक प्रकार की txt फाइल होती है है जिसमे कुछ instruction codes होते हैं जो की सर्च इंजन को बताते हैं की कौन से पेज या folder को crawl करना है और किसे नहीं.

5. Add XML Sitemaps: हमें अपनी वेबसाइट के लिए XML Sitemaps बनाना होता है और इस Sitemaps को सर्च इंजन में submit करना होता है, यह एक XML फाइल होती है जिसमें आपकी वेबसाइट के सभी पेज Link मौजूद होते हैं.

6. Minify JAVASCRIPT and CSS: इस Step में हमें अपनी वेबसाइट की JAVASCRIPT और CSS को Minify करना है जिससे कि हमारी वेबसाइट का load time कम होगा और हमारी वेबसाइट fast load होगी.

7. Fix 404 Page Errors: सबसे पहले हमें अपनी website में 404 Page Not found Link ढूंढना है और उसे 301 Permanant Redirection की मदद से किसी पेज या उसी से रिलेटेड पेज में redirect करना है.

Conclusion – SEO क्या है (What is SEO in Hindi)

मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को हमारे द्वारा लिखी गई पोस्ट SEO क्या है (What is SEO in Hindi) और SEO कैसे करते है जरूर समझ आयी होगी फिर भी अगर आप लोगों को कोई डाउट या प्रश्न हैं तो आप कॉमेंट के जरिए पूछ सकते हैं और ज्यादा से ज्यादा इस पोस्ट को सोशल मीडिया फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और दूसरे other सोशल मीडिया साइट पर शेयर कीजिए। 

धन्यवाद!

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मेरा नाम Seema Verma है, मैं Lucknow की रहने वाली हूँ, ब्लॉग लिंखना मुझे अच्छा लगता है ताकि मैं विभिन्न प्रकार की Internet और Technology से जुड़ी जानकारियाँ लोगों में शेयर कर सकूँ इसलिए मैं आशा करती हूँ कि मेरे द्वारा लिखी गयी Blog Post आप लोगों को पसंद आयेगी। अगर आप मुझसे जुड़ना चाहते हैं। हमें मेल करे.

9 COMMENTS

  1. Off Page SEO क्या है और कैसे करे? Aapne ye article bahut hi simple words mein complete information ke likha hain… thanks seema ji

  2. Dear sir
    Thank you so much for your Guide, Sir.
    I am following your content from the last 1 Month. Its been a wonderful experience. I am Reading your content for approx 7 to 8 hrs a day because I want to learn how to blog. I have also started blogging for Last 1 Month. Applying each step that you are talking about. You are the only mentor in my blogging journey.
    Regards
    Kumar abhishek

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